इंदौर:उच्च न्यायालय में सर्विस लॉ पर पैनल चर्चा का सफल आयोजन
Thursday, November 21, 2024
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इंदौर-उच्च न्यायालय इकाई इंदौर और अधिवक्ता परिषद मालवा प्रांत, उच्च न्यायालय बार के संयुक्त सहयोग से आयोजित पैनल चर्चा और व्याख्यान श्रृंखला का पहला भाग "सेवा कानून (Service Law) का परिचय" विषय पर 19 नवंबर 2024 को संपन्न हुआ। इस आयोजन में शहर के वरिष्ठ अधिवक्ताओं के साथ-साथ युवा अधिवक्ताओं की भी बड़ी संख्या में भागीदारी देखने को मिली। कार्यक्रम का उद्घाटन वरिष्ठ अधिवक्ता सुनील जैन द्वारा किया गया, जिन्होंने सेवा कानून (Service Law) की महत्ता पर प्रकाश डालते हुए चर्चा की शुरुआत की।
सेवा कानून के विविध पहलुओं पर चर्चा
कार्यक्रम में मुख्य वक्ता एडवोकेट मनोज मानव और एडवोकेट एल.सी. पटने ने "सेवा कानून" के विभिन्न पहलुओं को विस्तार से समझाया। उन्होंने नियुक्ति प्रक्रिया, सेवा में स्थायित्व, और अदालत के समक्ष उठाए जाने वाले प्रश्नों को सरल और स्पष्ट तरीके से प्रस्तुत किया। इसके साथ ही, वक्ताओं ने सुप्रीम कोर्ट के बहुचर्चित वाक्यांश "The rules of the game must not be changed midway, or after the game has been played" के सही अर्थ और उसकी व्याख्या पर गहराई से प्रकाश डाला।
मॉडरेटर एडवोकेट नितिन एस. भाटी ने चर्चा को प्रभावी ढंग से संचालित किया, जिससे युवा अधिवक्ताओं को सेवा कानून (Service Law) से जुड़े जटिल पहलुओं को सरलता से समझने का अवसर मिला।
प्रश्न और उत्तर सत्र में अधिवक्ताओं की सक्रिय भागीदारी
कार्यक्रम के दौरान अधिवक्ताओं ने सेवा कानून के विभिन्न पहलुओं पर प्रश्न पूछे। वरिष्ठ अधिवक्ताओं ने स्पष्ट और व्यावहारिक उत्तर देकर सभी शंकाओं का समाधान किया।
वक्ताओं ने सर्विस में नियुक्ति प्रक्रियाओं, रिट याचिकाओं की फाइलिंग, और क्लाइंट्स को सही कानूनी सलाह देने के तरीकों पर महत्वपूर्ण जानकारी साझा की। साथ ही, उन्होंने बताया कि किस प्रकार सेवा कानून के प्रावधानों को व्यवहार में लागू किया जा सकता है।
प्रमुख बिंदुओं पर दी गई जानकारी
- सर्विस की नियुक्ति और विज्ञापन प्रक्रिया के कानूनी पहलू।
- रिट याचिकाओं के प्रकार और उनके सही उपयोग।
- सेवा कानून (Service Law) के तहत निर्णयों की व्याख्या और उनका सही अनुपालन।
- क्लाइंट्स को सही तरीके से समझाने और सलाह देने की प्रक्रिया।
सम्मान और आभार व्यक्त
कार्यक्रम के अंत में एडवोकेट सदानंद चौबे ने मुख्य वक्ताओं और उपस्थित अधिवक्ताओं का आभार व्यक्त किया। उन्होंने इस व्याख्यान श्रृंखला को अधिवक्ताओं की कानूनी समझ को बेहतर बनाने और सेवा कानून में गहराई से ज्ञान अर्जित करने का एक महत्वपूर्ण मंच बताया।
यह पैनल चर्चा न केवल कानूनी ज्ञान को समृद्ध करने का अवसर था, बल्कि सेवा कानून जैसे जटिल और तकनीकी विषय पर संवाद स्थापित करने का भी एक मंच प्रदान किया। ऐसे आयोजनों से अधिवक्ता समुदाय को न केवल अपनी प्रैक्टिस में सुधार का मौका मिलता है, बल्कि कानून के प्रति उनकी समझ भी अधिक व्यापक होती है।
इस सफल आयोजन ने यह स्पष्ट कर दिया कि अधिवक्ताओं के लिए ऐसी शैक्षिक और संवादात्मक चर्चाएं भविष्य में भी बेहद लाभदायक रहेंगी।