रतलाम: भावान्तर योजना के संबंध में कलेक्टर ने भ्रामक समाचारों का किया खण्डन

रतलाम: भावान्तर योजना के संबंध में कलेक्टर ने भ्रामक समाचारों का किया खण्डन

रतलाम डेस्क

रतलाम - भावान्तर योजना के संबंध में कुछ समाचार पत्रों में प्रकाशित भ्रामक समाचार का कलेक्टर द्वारा खण्डन जारी किया गया और वस्तुस्थिति से अवगत कराया गया। भावांतर के संबंध में कलेक्टर श्रीमती मिशा सिंह ने बताया कि किसानों को जानकारी बताई जा रही है कि न्यूनतम 1100 रूपये या 1200 रूपये में भावांतर में सोयाबीन की बोली लगी है, यह पूर्णतः गलत है। रतलाम जिले में 10 मंडियां और उपमंडी है। जिसमें भारसादक के रूप में राजस्व अधिकारी को रखा गया है। भारसादक अधिकारियों द्वारा मण्डियों में व्यापारियों द्वारा जो बोली लगाई जा रही है उस पर नजर रखी जा रही है। रतलाम जिले में जो उच्चतम बोलियां लगी है उनमें रतलाम में 4690 रूपये की लगी है। सैलाना में 8100 रूपये, रावटी में 4000 रूपये, बाजना में 4351 रूपये, ताल में 4560 रूपये, आलोट में 4342 रूपये, नामली में 4751 रूपये, जावरा में 5151 रूपये है। सभी मंडियों के भावांतर का औसत भाव 4200 से 4300 आ रहा है। न्यूनतम 1100-1200 रूपए की जो बोली बतायी जा रही है, वो पूर्णतः ही गलत है। इस प्रकार की बोली किसी भी मण्डी में नही लगी है। साथ में भावांतर में सोयाबीन की फसल को लेकर जो किसान आ रहे उन किसानों के लिए सारी  मूलभूत सुविधाएं मण्डी में की गई है। इसके साथ-साथ उनका भुगतान समय से हो सके इसके लिए बैंकर्स के साथ बैठक की जा चुकी जिससे किसान भाईयों को कोई समस्या न हो।

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