नगर परिषद को राजस्व की भूख या किसी खास को फायदा पहुंचाने का उद्देश्य ?
Monday, July 15, 2024
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सैलाना - नगर परिषद सैलाना द्वारा विभिन्न विषयों को लेकर आगामी 19 जुलाई को बैठक आयोजित कर परिषद सदस्यों को बुलाया गया है।
जिन विषयों को लेकर बैठक आयोजित की गई है उनमें से एक विषय को लेकर शहर में चर्चा शुरू हो गई है।
दरअसल, जानकारी के अनुसार नगर परिषद द्वारा बस स्टैंड स्थित एक पान की दुकान ( सुंदर ग्वाले की ) व सैफुद्दीन बोहरा की दुकान के बीच स्थित एक दुकान ( जहां वर्षों से प्याऊ संचालित होता रहा है ) की नीलामी की भी मंशा है।
परिषद द्वारा उस स्थान की नीलामी जहां से ना सिर्फ सैलाना बल्कि आसपास से आने वाले गांव के लोग भी अपनी प्यास बुझाते हैं, काफी दुर्भाग्यपूर्ण है।
परिषद की राजस्व की भूख या किसी खास को फायदा पहुंचाने का उद्देश्य ?
शहर में भी नगर परिषद के इस तुगलकी निर्णय की चर्चा है कि आखिर वर्षों से संचालित इस प्याऊ को आखिर परिषद के जिम्मेदार नीलाम करने को क्यों आमादा हैं ?
क्या नगर परिषद के जिम्मेदारों की राजस्व की भूख इतनी बड़ी है कि वर्षों से लोगों की प्यास बुझाने वाले प्याऊ को निगलने पर आमादा है ?
साधारण सम्मेलन में बैठक के मुख्य बिंदु
प्याऊ की नीलामी के पीछे किसी खास को उपकृत करने की मंशा?
अगर सूत्रों की माने तो खबर यह भी है कि नगर परिषद के जिम्मेदारों द्वारा उक्त स्थान प्याऊ को नीलाम करने के पीछे किसी व्यक्ति विशेष को फायदा पहुंचाने के उद्देश्य से प्याऊ को नीलाम करने की योजना पर काम किया जा रहा है।
जनता जिन लोगों को चुन कर अपना प्रतिनिधि बनाकर जनहित के कार्य करने के लिए भेजती है वे ही चुने हुए जन प्रतिनिधि जनहित छोड़कर व्यक्ति विशेष के हितों को साधने में लग जाते हैं। सैलाना नगर परिषद में फिलहाल यही स्थिति लग रही है। तभी तो हजारों कंठों की प्यास बुझाने वाले प्याऊ को नगर परिषद के जिम्मेदार नीलाम करने पर अमादा हैं।
नगर के बुद्धिजीवी व जिम्मेदार नागरिक निभाएं अपनी जिम्मेदारी
इस मामले में सैलाना नगर के बुद्धिजीवियों व जिम्मेदार नागरिकों को भी अपनी जिम्मेदारी निभानी चाहिए ताकि आमजन की प्यास बुझाने वाले इस प्याऊ को नेताओं की मनमर्जी की भेंट चढ़ने से बचाया जा सके।
"वहां वर्षों से प्याऊ संचालित था, उस स्थान को प्याऊ ही रहने देना चाहिए।"
मुकेश पटेल, नेता प्रतिपक्ष नगर परिषद सैलाना