हरदा:में करणी सेना और पुलिस के बीच तनाव, सैजावता फांटा पर हाईवे जाम, लाठीचार्ज और गिरफ्तारियां
Sunday, July 13, 2025
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मध्यप्रदेश,हरदा,रतलाम
हरदा में करणी सेना और पुलिस के बीच शनिवार को तीखी झड़प हो गई, जिसके बाद स्थिति तनावपूर्ण हो गई। करणी सेना के कार्यकर्ताओं ने सिटी कोतवाली थाने का घेराव कर प्रदर्शन किया, जिसके जवाब में पुलिस ने लाठीचार्ज किया और आंसू गैस के गोले छोड़े। इस दौरान करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत समेत पांच कार्यकर्ताओं को हिरासत में लिया गया और शांति भंग करने तथा बलवा करने की धाराओं में मामला दर्ज कर जेल भेज दिया गया।
मामले की जड़ : हीरा घोटाला और धारा 420 का केस
यह पूरा विवाद एक हीरा खरीद से जुड़े धोखाधड़ी के मामले से शुरू हुआ। जानकारी के अनुसार, एक युवक ने इंदौर के एक कारोबारी से 22 लाख रुपये का हीरा खरीदा, जो बाद में नकली निकला। पीड़ित ने दिसंबर 2024 में सिटी कोतवाली में धारा 420 के तहत मामला दर्ज कराया था। पुलिस ने इंदौर के आरोपी को गिरफ्तार कर हरदा लाया और उसे न्यायालय में पेश करने के बाद जेल भेज दिया। करणी सेना का आरोप है कि पुलिस ने इस मामले में आरोपी को पैसे लेकर संरक्षण दिया, जिसके विरोध में उन्होंने थाने के बाहर प्रदर्शन शुरू किया।
प्रदर्शन और पुलिस कार्रवाई
करणी सेना के जिलाध्यक्ष सुनील राजपूत के नेतृत्व में कार्यकर्ताओं ने सिटी कोतवाली का घेराव किया। इस दौरान प्रदर्शनकारियों और पुलिस के बीच तीखी बहस हुई। सुनील राजपूत ने मौके पर मौजूद एसआई अनिल गुर्जर को कथित तौर पर धमकी दी कि "वर्दी उतारकर आ जाना," जिसके बाद स्थिति बिगड़ गई।
पुलिस ने भीड़ को नियंत्रित करने के लिए लाठीचार्ज किया, आंसू गैस के गोले छोड़े, और वाटर कैनन का उपयोग किया। इस कार्रवाई में कई कार्यकर्ता घायल हो गए।
रतलाम सैजावता फांटा पर हाईवे जाम
पुलिस की कार्रवाई के विरोध में करणी सेना ने खंडवा बायपास और सैजावता फांटा पर हाईवे जाम कर दिया। कार्यकर्ताओं ने रातभर धरना दिया और हनुमान चालीसा का पाठ किया। उनका आरोप था कि पुलिस ने उनके कार्यकर्ताओं को दौड़ा-दौड़ाकर पीटा।
रविवार सुबह पुलिस ने बलपूर्वक जाम हटाया, जिसके बाद खंडवा हनुमान मंदिर के पास का जाम समाप्त हुआ।
गिरफ्तारियां और करणी सेना की चेतावनी
सुनील राजपूत, आशीष राजपूत, शुभम, और रोहित सहित अन्य पर मामला दर्ज किया गया। करणी सेना ने पुलिस की कार्रवाई को "बर्बर" बताते हुए आगे भी आंदोलन की चेतावनी दी है।पुलिस का पक्ष
हरदा एसपी अभिनव चौकसे ने बताया कि करणी सेना कार्यकर्ता धारा 420 के आरोपी को उनके हवाले करने की मांग कर रहे थे। जब उन्होंने थाने के बाहर हंगामा किया और एसआई को धमकी दी, तो पुलिस को मजबूरी में हल्का बल प्रयोग करना पड़ा। कलेक्टर सिद्धार्थ जैन ने कहा कि जाम हटाने की समझाइश के बावजूद प्रदर्शनकारी नहीं माने, जिसके बाद आंसू गैस और वाटर कैनन का उपयोग किया गया।
वर्तमान स्थिति
सैजावता फांटा और खंडवा बायपास पर भारी पुलिस बल तैनात है। स्थिति तनावपूर्ण लेकिन नियंत्रण में बताई जा रही है। करणी सेना ने पुलिस की कार्रवाई के खिलाफ कड़ा रुख अपनाते हुए दोषी पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई की मांग की है।