सैलाना विधानसभा सत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों पर विधायक कमलेश्वर डोडियार द्वारा उठाए गए सवाल, मंत्री निर्मला भूरिया ने दिए जवाब

सैलाना विधानसभा सत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों पर विधायक कमलेश्वर डोडियार द्वारा उठाए गए सवाल, मंत्री निर्मला भूरिया ने दिए जवाब

मध्यप्रदेश डेस्क

मंत्री ने बताया कि सभी रिक्त पदों पर करेंगे भर्ती

रतलाम 

सैलाना विधानसभा क्षेत्र के विधायक कमलेश्वर डोडियार ने हाल ही में विधानसभा सत्र के दौरान महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया से क्षेत्र में संचालित आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति के बारे में विस्तृत सवाल उठाए। विधायक ने आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या, किराए के भवनों में संचालन, जर्जर भवनों की स्थिति, नवीन भवन स्वीकृति, और जनसंख्या के आधार पर नए केंद्रों की स्वीकृति जैसे मुद्दों पर जानकारी मांगी। मंत्री निर्मला भूरिया ने इन सवालों के जवाब में विस्तृत जानकारी प्रदान की।

विधायक कमलेश्वर डोडियार द्वारा पूछे गए सवाल:

(1) सैलाना विधानसभा क्षेत्र में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत कुल कितने आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं?

(2) कितने वर्षों से आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं?

(3) कितने आंगनबाड़ी भवन जर्जर स्थिति में हैं?

(4) सैलाना विधानसभा के आंगनबाड़ी केंद्रों की ग्रामवार और नामवार जानकारी उपलब्ध कराई जाए।
(5) जनसंख्या के आधार पर सैलाना विधानसभा क्षेत्र में किन स्थानों पर नए आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत किए जा सकते हैं?

(7) विगत वर्षों में सैलाना विधानसभा क्षेत्र में कितने आंगनबाड़ी केंद्रों के लिए नवीन भवन स्वीकृत किए गए, और कितने केंद्र शासकीय भवनों में संचालित हैं?

(8) जिन आंगनबाड़ी केंद्रों के पास स्वयं के भवन नहीं हैं या जिनके भवन जर्जर हैं, उनके लिए भवन स्वीकृति कब तक प्रदान की जाएगी? यदि नहीं, तो क्यों?

मंत्री निर्मला भूरिया का जवाब:

महिला एवं बाल विकास मंत्री निर्मला भूरिया ने विधायक के सवालों के जवाब में निम्नलिखित जानकारी दी:

आंगनबाड़ी केंद्रों की संख्या: सैलाना विधानसभा क्षेत्र में वर्ष 2020 से प्रश्न की तारीख तक कुल 714 आंगनबाड़ी केंद्र संचालित हो रहे हैं।

किराए के भवनों में संचालन:

इनमें से 241 आंगनबाड़ी केंद्र किराए के भवनों में संचालित हो रहे हैं। किराए के भवनों में संचालन की अवधि के बारे में विशिष्ट जानकारी नहीं दी गई, लेकिन यह स्पष्ट है कि कई केंद्र लंबे समय से किराए के भवनों पर निर्भर हैं।

जर्जर भवनों की स्थिति:

जर्जर भवनों की ग्रामवार और नामवार जानकारी संलग्न की गई है, लेकिन जवाब में इसका विवरण सार्वजनिक रूप से साझा नहीं किया गया।

आंगनबाड़ी केंद्रों की ग्रामवार जानकारी:

सैलाना विधानसभा क्षेत्र के आंगनबाड़ी केंद्रों की ग्रामवार और नामवार सूची संलग्न की गई है, जिसे विभाग द्वारा उपलब्ध कराया गया है।

जनसंख्या के आधार पर नए केंद्र:

जनसंख्या के आधार पर नए आंगनबाड़ी केंद्र स्वीकृत करने की जानकारी भी संलग्न की गई है। हालांकि, विशिष्ट स्थानों का उल्लेख जवाब में नहीं किया गया।

नवीन भवन स्वीकृति और शासकीय भवन:

वर्तमान में 371 आंगनबाड़ी केंद्र विभागीय भवनों से विहीन हैं। विगत वर्षों में नवीन भवनों की स्वीकृति की जानकारी संलग्न की गई है, लेकिन इसका विशिष्ट विवरण जवाब में शामिल नहीं है।

भवन निर्माण की स्वीकृति:

जिन आंगनबाड़ी केंद्रों के पास स्वयं के भवन नहीं हैं या जिनके भवन जर्जर हैं, उनके लिए भवन निर्माण की स्वीकृति शासकीय भूमि और वित्तीय संसाधनों की उपलब्धता पर निर्भर है। इस कारण, भवनों की संख्या और स्वीकृति की समय-सीमा निर्धारित करना संभव नहीं है। शेष प्रश्नों का कोई आधार नहीं होने के कारण जवाब लागू नहीं होता।

विधायक का रुख:

विधायक कमलेश्वर डोडियार ने इस मुद्दे को उठाकर सैलाना विधानसभा क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की आधारभूत संरचना को मजबूत करने की आवश्यकता पर बल दिया। विशेष रूप से आदिवासी बाहुल्य इस क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों का महत्वपूर्ण योगदान है, और जर्जर या किराए के भवनों में संचालित केंद्र बच्चों और महिलाओं के लिए आवश्यक सेवाओं की गुणवत्ता को प्रभावित कर सकते हैं।

मंत्री निर्मला भूरिया के जवाब से स्पष्ट है कि सैलाना विधानसभा क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति में सुधार की आवश्यकता है। हालांकि, भवन निर्माण के लिए शासकीय भूमि और वित्तीय संसाधनों की कमी एक बड़ी बाधा है। विधायक कमलेश्वर डोडियार द्वारा उठाए गए इस मुद्दे से क्षेत्र में आंगनबाड़ी केंद्रों की स्थिति को बेहतर करने की दिशा में और अधिक ध्यान देने की उम्मीद जताई जा रही है।

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