सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने विधानसभा में उठाई बेरोजगारी और आदिवासी छात्रावास की मांग।

सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने विधानसभा में उठाई बेरोजगारी और आदिवासी छात्रावास की मांग।

रतलाम डेस्क 

मध्यप्रदेश विधानसभा के मानसून सत्र में सैलाना विधायक कमलेश्वर डोडियार ने आदिवासी और ग्रामीण क्षेत्रों के युवाओं से जुड़े दो महत्वपूर्ण मुद्दे उठाए।

विधानसभा में बोलते हुए डोडियार ने पहली मांग के रूप में प्रदेश में बढ़ती बेरोजगारी पर चिंता जताई। उन्होंने कहा कि शिक्षा, स्वास्थ्य, विद्युत, पंचायत और ग्रामीण विकास जैसे विभागों में लंबे समय से रिक्त पद युवाओं के भविष्य के लिए संकट बनते जा रहे हैं। डोडियार ने सरकार से मांग की कि इन विभागों में शीघ्र भर्ती प्रक्रिया शुरू की जाए ताकि वे युवा जो वर्षों से पढ़ाई कर रहे हैं और अब ओवरएज हो चुके हैं, उन्हें नौकरी का अवसर मिल सके।

डोडियार ने कहा, “आज भी हमारे क्षेत्र के युवा 10-10 साल पढ़ाई करने के बाद बेरोजगार घूम रहे हैं। यदि सरकार समय पर अवसर नहीं देगी, तो यह पीढ़ी हताशा में चली जाएगी।”

दूसरी मांग के रूप में उन्होंने आदिवासी अंचल में नए छात्रावासों और आश्रमों के निर्माण की आवश्यकता जताई। डोडियार ने कहा कि आदिवासी इलाकों में कई गांव ऐसे हैं जहां स्कूल दूर-दराज हैं और सड़क सुविधा भी बेहद सीमित है। बारिश के मौसम में बच्चों को स्कूल पहुंचना बहुत मुश्किल हो जाता है।

उन्होंने सुझाव दिया कि 4-5 गांवों के समूह में एक छात्रावास बनाया जाए, जिससे बच्चों को शिक्षा के लिए दूर नहीं जाना पड़े। उन्होंने मौजूदा छात्रावासों की क्षमता बढ़ाने और नए भवनों के निर्माण की भी मांग रखी।

अपने अनुभव साझा करते हुए विधायक डोडियार ने कहा, “मैंने खुद रतलाम, इंदौर और दिल्ली जैसे शहरों में पढ़ाई की है। मुझे पता है बाहर पढ़ने में कितनी दिक्कत होती है। मैं नहीं चाहता कि सैलाना विधानसभा के बच्चों को वो सब सहना पड़े जो मैंने सहा।”

डोडियार की यह पहल न केवल आदिवासी समुदाय बल्कि पूरे मालवा-निमाड़ अंचल के युवाओं के लिए शिक्षा और रोजगार के क्षेत्र में उम्मीद की किरण बनकर सामने आई है।

--- इसे भी पढ़ें ---

Ads on article

Advertise in articles 1

advertising articles 2

Advertise under the article

-->